अगर कोई व्यक्ति गोल्ड गिरवी रख कर ऋण लेता है अथवा गोल्ड के बदले बैंक से लोन प्राप्त करता है तो इस तरह के लोन को गोल्ड लोन कहा जाता है। आज के इस लेख Sbi Gold loan interest rate में गोल्ड लोन के सन्दर्भ में पूरी जानकारी देने बाले हैं ।
इस लोन को लेने के लिए अधिक दस्तावेजों ( Documentation ) की भी जरुरत नहीं पड़ती। गोल्ड लोन लेने के लिए किसी तरह के आय प्रमाण की भी आवश्यकता नहीं है। गोल्ड लोन के तुरंत मिलने की संभावना रहती है। इसी कारण आज के समय में यह गोल्ड के बदले ऋण बहुत प्रसिद्ध हो रहा है।
गोल्ड लोन इंटरेस्ट रेट क्या है ? (Gold Loan Interest Rate क्या है)
जब आप गोल्ड के बदले ऋण प्राप्त करते हैं तो उस ऋण राशि पर आप को कुछ व्याज देना पड़ता है। इसी व्याज दर से हमें पता चलता है की असल में हम कितनी राशि बैंक या लोन देने बाली संस्था को चुकौती ( Repayment ) कर रहे हैं। इसी लिए सही व्याज दर पर ऋण चुनना जरुरी है ताकि Repayment का अतिरिक्त भार न सहना पड़े।
गोल्ड लोन देने बाले कुछ संस्थान !
भारत में गोल्ड लोन पर बैंक या प्रसिद्ध लोन देने बाली वित्तीय संस्थाएं ( NBFC ) किस व्याज दर पर ऋण उपलब्ध करवाती हैं इसकी जानकारी आपको देने जा रहे हैं। इस सारिणी से आप अपने लिए एक अच्छा काम व्याज दर बाला ऋण चुन सकते हैं।
Bank/NBFC | Gold Loan Interest Rate (%) | Loan Amount ( In Rs.) | Loan Tenure |
---|---|---|---|
SBI Gold Loan Interest Rare | 8.75% – 9.90% | Rs. 20,000 – Rs. 50 lakh | 3 months – 36 months |
HDFC Bank Gold loan interest Rate | 8.50% — 11.62% | Rs. 25000 — 5 Lakh | 24 Month |
Muthoot Gold loan Interest Rate | 14.00% to 24% | Rs.50,000 to Rs. 15 lakhs | 12 months to 60 months |
Axis Bank Gold loan Interest Rate | 8.85% | Rs. 25,001 – Rs. 25 Lakh | 36 Month |
गोल्ड लोन व्याज दर को प्रभावित करने बाले फैक्टर !
- ऋण अवधि — ऋण अवधि आपके लोन को प्रभावित करती है। अगर आप लम्बी अवधि के लिए ऋण लेते हैं तो आपको उतनी ही अधिक राशि चुकानी पड़ेगी। कम अवधि में आपको कम समय के लिए व्याज देना पड़ेगा। इस तरह आपकी कुल चुकौती रकम कम हो जाएगी।
- ऋण राशि ( Loan Amount) — आप की जितनी अधिक ऋण राशि होगी उतनी अधिक व्याज दर हो सकती है।
- बाज़ार स्थिति RBI नियम —- समय – समय पर RBI की व्याज दरों में परिवर्तन होता रहता है। इस तरह RBI की नीतियां भी व्याज दरों को प्रभावित करती हैं।
ऋणदाता का प्रकार — विभिन्न बैंकों , वित्तीय संस्थाएं जो ऋण उपलब्ध कराती है । उन की व्याज दर अलग – अलग हो सकती है।
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फिक्स्ड और फ्लोटिंग गोल्ड ऋण व्याज दर ( Fixed and Floating Gold Loans Interest Rate)
गोल्ड ऋण में फिक्स्ड गोल्ड ऋण और फ्लोटिंग गोल्ड ऋण दोनों तरह का ऋण उपलब्ध होता है। इन दोनों तरह के ऋण में थोड़ा अंतर रहता है।
- फिक्स्ड व्याज दर ( Fixed Interest Rate) — फिक्स्ड व्याज दर गोल्ड ऋण में आपकी व्याज दर एक ही रहती है। आपकी ऋण चुकाने की अवधि तक आपके ऋण की व्याज दर में कोई परिवर्तन नहीं होता। इस में मार्किट के गिरने या बढ़ने का कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
- फ्लोटिंग रेट ( Floating Rate ) — Floating Gold Loan में व्याज दर मार्किट के हिसाब से कम अथवा अधिक होती है। अगर मार्किट गिरने लगे तो आप के ऋण की व्याज दर गिर जाएगी। अगर मार्किट बढ़े तो आप की व्याज दर भी बढ़ जाएगी।
गोल्ड ऋण अधिकतम दूसरे ऋण से सस्ता पड़ता है। गोल्ड ऋण की व्याज दर दूसरे ऋण जैसे पर्सनल लोन , कार लोन , होम लोन से कम होती है। इसका अर्थ यह हुआ की एक अच्छा विकल्प है।
पुनर्भुगतान विकल्प और व्याज दर ( Repayment And Interest Rate)
अगर आपने गोल्ड ऋण लिया है तो उसको विभिन्न पुनर्भुगतान विकल्पों के साथ उस ऋण राशि को वापिस किया जा सकता है।
- EMI पुनर्भुगतान ( EMI Repayment) — अगर आप ऋण की राशि को वापिस करने के लिए इस विकल्प को अपनाते हैं तो आपको रेगुलर EMI ( Equated Monthly Installment ) चुकानी होगी। इस EMI में आपकी मूल राशि और व्याज दर ( EMI + Interest ) शामिल होगी।
उदहारण : मान लो आपने 50000 रूपए का ऋण लिया दो साल के लिए। आपकी मासिक किश्त ( EMI ) 2600 रूपए निश्चिचित हुई। इस मासिक किश्त (EMI) में मूल राशि और व्याज दर है जो आपको हर महीने दो साल तक चुकानी है।
- Bullet Payment: अगर आप इस विकल्प को चुनते हैं तो आपको ऋण की अवधि ख़त्म होने पर एकमुश्त ( Lump Sum ) ऋण राशि को चुकाना होगा।
- केवल ब्याज का भुगतान ( Pay Only Interest ) —- इस विकल्प में आप सिर्फ व्याज ही चुकाते हैं। ऋण की समय अवधि पूर्ण होने पर मूल राशि का भुगतान किया जाता है।
कम व्याज दर बाले गोल्ड ऋण के फायदे और जोखिम !
लाभ — किफायती उधार ( Affordable borrowing ) , कम ईएमआई लागत ( low EMI cost) , त्वरित ऋण ( Quick Loan ) आदि !
जोखिम —- अगर आप ऋण राशि का भुगतान नहीं कर पाते हैं तो ऋण उपलब्ध कराने बाला बैंक या वित्तीय संस्था आपका गोल्ड जब्त कर सकता है।
निष्कर्ष — Sbi Gold loan interest rate को समझ कर ही गोल्ड लोन लें। इस के बाद सही ऋणदाता का चयन करना भी बहुत जरुरी है। यह प्रक्रिया आपके लोन चुकौती क्षमता को आसान बना सकती है। आप अलग – अलग ऋणदाता की व्याज दर को जांचें , उनकी Sbi Gold loan interest rate की नीतियों की जांच करें। अपनी जरुरत को पहचान कर ऋण राशि का फैसला लें।