क्या आप जानते हैं की अगर आप सेविंग अकाउंट में निश्चिचित सीमा से अधिक लेनदेन करते हैं तो बैंक नियमों के अनुसार आपको समस्या हो सकती है । अगर नहीं जानते तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है । Savings Account Transaction Limit Year Without Tax in India एक ऐसा विषय है जिसके सन्दर्भ में सबको मालूम होना चाहिए ।
इस आर्टिकल में हम बताने बाले हैं की 2025 में लागु बैंकिंग नियमों में मुताबिक आप अपने सेविंग अकाउंट में कितनी राशि जमा करवा या निकाल सकते हैं । हम यहाँ यह भी बताने बाले हैं की आप कितनी राशि ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते हैं ।
Savings Account Transaction Limit क्या होती है ?
Savings Account Transaction Limit वह अधिकतम राशि है जो आप एक वित् वर्ष ( अप्रैल से मार्च ) में बिना आयकर विभाग को विना सूचित किए प्रयोग में ला सकते हैं । यह राशि सीमा दो चीज़ों पर निर्भर करती है ।
- नकद लेनदेन ( Cash Transactions): अगर आप सेविंग अकाउंट में निश्चिचित सीमा राशि से जमा या निकासी से आयकर विभाग की नज़र रहती है ।
- डिजिटल लेनदेन : ऑनलाइन लेनदेन और चेक भुगतान की कोई निश्चिचित सीमा नहीं । परन्तु अगर कोई संदिग्ध गतिविधि पर बैंक रिपोर्ट करता है ।
2025 में सेविंग अकाउंट नवीनतम लेनदेन सीमा !
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नकद जमा सीमा ( Cash Deposit Limit ):
- सीमा राशि: किसी भी खाताधारक द्वारा अपने सेविंग अकाउंट में प्रतिवर्ष 10,00000 रूपए ( दस लाख रूपए ) जमा या निकासी कर सकता है । इस राशि तक कोई टैक्स नहीं लगता ।
- नियम: अगर आप दस लाख से अधिक की राशि जमा करते है तो Statement of Financial Transactions ( SFT ) भर कर आयकर विभाग को रिपोर्ट करना होगा ।
- अगर यह राशि आपकी घोषित आय ( जैसे – वेतन , बिज़नेस आदि ) का भाग नहीं है तो आयकर विभाग आपको नोटिस भेज सकता है ।
प्रतिवर्ष नकद निकासी सीमा ( Cash Withdrawal Limit ):
आयकर विभाग की Section 194N जिसे 2019 के केंद्रीय बजट में प्रस्तावित किया गया था । इस नियम के अनुसार अगर आपने पिछले तीन साल से कोई Income Tax Return नहीं भरी है तो आप सिर्फ 20,00000 रूपए ( बीस लाख ) तक ही निकासी कर सकते हैं ।
यह राशि निकासी सीमा ( Cash Withdrawl Limit ) 1,0000000 रूपए ( एक करोड़ ) तक भी आप कर सकते हैं अगर आपने पिछले तीन साल में कम से कम एक बार Income Tax Return भरा है । अगर आप एक दिन में 50,000 रूपए से अधिक की निकासी बैंक से चाहते हैं तो इसके PAN अनिवार्य है ।
Online Transfer Limit (NEFT/IMPS/UPI)
आज के डिजिटल युग में NEFT , IMPS और UPI तीन ऐसे क्रांतिकारी विकल्प हैं जिनके माध्यम से आप Savings Account Transaction Limit Year Without Tax in India आसानी से कर सकते हैं । यह तुरंत और सुरक्षित तरीका से आप अपना पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं ।
NEFT क्या है ?
National Electronic Funds Transfer ( NEFT ) इस के माध्यम से एक बैंक शाखा से दूसरे बैंक में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं ।
IMPS क्या है ?
Immediate Payment Service ( IMPS ) यह भी ऑनलाइन माध्यम है पैसा ट्रांसफर करने का । इस माध्यम को इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग भी कहते हैं ।
RTGS क्या है ?
Real Time Gross Settlement (RTGS) यह भी एक पैसा ट्रांसफर करने का ऑनलाइन तरीका है । अधिकतम यह माध्यम बड़ी राशि को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है । RTGS Transactions सिर्फ बैंकिंग समय में ही पूरी की जा सकती हैं ।
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UPI क्या है ?
Unified Payment Interface ( UPI ) के माध्यम से कोई व्यक्ति अपने मोबाइल के द्वारा दूसरे व्यक्ति को पैसा भेज सकता है अथवा ट्रांसफर कर सकता है ।
श्रेणी (Category) | NEFT | RTGS | IMPS | UPI |
न्यूनतम ट्रांसफर राशि | Rs.1 | 2 लाख | Rs.1 | Rs.1 |
अधिकतम ट्रांसफर राशि | ग्राहक पर निर्भर | कोई ऊपरी सीमा नहीं | 5 लाख रूपए | 1 लाख ( प्रति दिन ) |
सेवा की उपलब्धता | 24/7 | बैंक पर निर्भर | 24/7 | 24/7 |
प्रक्रिया का तरीका | ऑनलाइन और ऑफलाइन | ऑनलाइन और ऑफलाइन | ऑनलाइन | ऑनलाइन |
लेनदेन शुल्क | ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए कोई शुल्क नहीं | ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए कोई शुल्क नहीं
For Outward Transactions:
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बैंक पर निर्भर | व्यक्ति से व्यक्ति और व्यक्ति से व्यापारी के बीच किए गए किसी भी ट्रांजैक्शन पर कोई शुल्क नहीं लगता। |
बैंक व्याज आय पर कितना टैक्स लगता है ?
अगर आपके सेविंग अकाउंट की व्याज आय 40,000 रूपए ( वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50,000 रूपए ) से अधिक है तो बैंक आपका 10% TDS काट लेगा ।
TDS कैसे बचाएं — अगर आपकी वार्षिक आय टैक्स के दायरे में नहीं आती तो फॉर्म 15G/15H भर कर TDS बचा सकते हैं ।
Saving Account को मैनेज कैसे करें ?
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कैश लेनदेन कम करें:
अधिकतर UPI , Mobile Wallets या चेक से भुगतान करें ।
2. अलग – अलग अकाउंट प्रयोग करें :
अपने परिवार के सदस्यों के साथ संयुक्त अकाउंट खोल कर अपनी सीमा को विभाजित करें ।
3. बैंक स्टेटमेंट चेक करें :
प्रतिमाह अपनी बैंक स्टेटमेंट चैक करें । ध्यान रखें की आपकी राशि सीमा पार न कर जाये ।
राशि सीमा ( Limit Exceed ) पार करने का नुकसान !
- टैक्स नोटिस : अगर भुगतान लेनदेन आपकी घोषित आय से मेल नहीं खाता तो आयकर विभाग जांच कर सकता है ।
- खाता फ्रीज: अगर आयकर विभाग को लगता है कि आपके अकाउंट में कोई संदिग्ध लेनदेन हुआ है तो आप का बैंक अकाउंट फ्रीज हो सकता है ।
- जुर्माना ( Penality ): अघोषित आय पर 30% टैक्स + 100% जुर्माना लग सकता है ।
Saving Account लेनदेन राशि सीमा !
लेनदेन का प्रकार ( Transaction Type ) | राशि सीमा ( विना व्याज )( Transaction Limit ) | टैक्स रिपोर्टिंग ( Tax Reporting ) |
जमा राशि ( Cash Deposit ) | 10 लाख | वित्तीय लेनदेन का विवरण ( SFT Report ) |
निकासी ( Cash Withdrawl) | एक करोड़ | फॉर्म 60/61 |
ऑनलाइन ट्रांसफर ( Online transfer ) | कोई सीमा नहीं | संदिग्ध गतिविधि चेतावनी |
व्याज आय | 40,000 रूपए | 10% TDS |
निष्कर्ष :
Savings Account Transaction Limit Year Without Tax in India के माध्यम से आप टैक्स समस्या से बच सकते हैं । आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए ।
— डिजिटल लेनदेन को प्राथमिकता दें ।
— कैश का कम से कम प्रयोग करें ।
— हर वर्ष अपने लेनदेन की जांच – पड़ताल करें ।
अगर आपको कहीं लगे की आपका लेनदेन सीमा से ऊपर जा रहा है तो किसी वित्तीय सलाहकार से तुरंत सलाह लें । यही आपके लिए समझदारी होगी ।
Disclaimer : समय – समय पर बैंकिंग नियमों में परिवर्तन संभव है । इसलिए नियमों के साथ अपडेट रहें । बैंकिंग नियमों या अन्य जानकारी के लिए RBI वेबसाइट पर Visit कर सकते हैं ।