क्या आप जानते हैं कि आपके सेविंग्स अकाउंट में मिलने वाला ब्याज भी टैक्स के दायरे में आता है? अगर नहीं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है! भारत में How to Avoid Tax on Savings Account Interest एक ऐसा विषय है जिसे हर खाताधारक को पता होना चाहिए। इस आर्टिकल में, हम आपको बताएँगे कि कानूनी तरीकों से सेविंग्स अकाउंट के ब्याज पर टैक्स कैसे बचाया जा सकता है । साथ ही 2024 के नए नियमों से आपको अवगत कराएँगे ।
How to Avoid Tax on Savings Account Interest कैसे बचाएं ?
भारत में, सेविंग्स अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज “Income From Other Sources ” के तहत Taxable होता है। अगर आपकी कुल टैक्सेबल इनकम ₹2.5 लाख ( वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹3 लाख) से अधिक है तो आपको इस ब्याज पर टैक्स देना होगा। हालाँकि, इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80TTA और 80TTB के तहत कुछ राहत मिलती है।
2025 में सेविंग्स अकाउंट ब्याज पर टैक्स बचाने के 5 लीगल तरीके
1. धारा 80TTA का फायदा उठाएँ-
क्या मिलता है – सालाना ₹10,000 तक के ब्याज पर टैक्स छूट।
कौन लाभ उठा सकता है – सभी व्यक्ति (सीनियर सिटिज़न को धारा 80TTB अलग से राहत मिलती है)।
उदाहरण: अगर आपको सेविंग्स अकाउंट पर ₹15,000 ब्याज मिला है तो सिर्फ ₹5,000 (₹15,000 – ₹10,000) पर टैक्स लगेगा।
2. सीनियर सिटिज़न के लिए धारा 80TTB
क्या मिलता है — सालाना ₹50,000 तक के ब्याज पर पूरी छूट।
किस पर लागू? 60+ उम्र के वरिष्ठ नागरिकों पर ।
नोट: यह छूट सेविंग्स अकाउंट, FD, RD सभी पर लागू होती है।
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3. मल्टीपल अकाउंट्स में पैसा बाँटें !
अगर आपके पास ₹10 लाख से अधिक सेविंग्स है तो उसे अलग-अलग बैंक खाता या परिवार के सदस्यों के साथ संयुक्त खाता में रखें।
क्या फायदा होगा : हर अकाउंट पर ₹10,000 तक की छूट मिलेगी।
4. टैक्स-फ्री निवेश के साथ बैलेंस करें !
PPF, SSY, NSC जैसी स्कीम्स: इनमें निवेश करके आपकी टैक्सेबल इनकम कम होगी, जिससे सेविंग्स ब्याज पर टैक्स कम लगेगा।
उदाहरण: अगर आपकी इनकम ₹3 लाख है और PPF में ₹1.5 लाख निवेश किया तो टैक्सेबल आय ₹1.5 लाख रह जाएगी।
5. ब्याज आय को टैक्स स्लैब के अंदर रखें !
अगर आपकी कुल आय ₹2.5 लाख से कम है तो ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। सेविंग्स ब्याज को छोटा रखने के लिए बैलेंस कम रखें।
2024 के नए नियम और अपडेट्स !
1. डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा: अप्रैल 2024 से, ₹50,000+ के कैश डिपॉजिट/विथड्रॉल पर बैंक SFT रिपोर्ट भेजेंगे।
2. TDS थ्रेशोल्ड: सेविंग्स अकाउंट पर TDS नहीं काटा जाता लेकिन FD/RD पर ₹40,000+ ब्याज पर 10% TDS कटता है।
3. नया टैक्स : न्यू टैक्स स्लैब (रिबेट के साथ) में ₹7 लाख तक की इनकम पर टैक्स नहीं।
सेविंग्स ब्याज पर टैक्स बचाने के लिए क्या न करें?
कैश जमा करके ब्याज न छुपाएं : यह गैरकानूनी है और पकड़े जाने पर जुर्माना लगेगा।
फर्ज़ी जॉइंट अकाउंट बनाना:अगर जॉइंट अकाउंट में पैसा आपका ही है तो टैक्स छूट नहीं मिलेगी।
ब्याज इनकम न दिखाना: ITR में ब्याज इनकम छुपाने पर 50% से 200% तक जुर्माना ।
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सेविंग्स ब्याज पर टैक्स कैलकुलेशन: एक उदाहरण
मान लीजिए, आपकी सालाना इनकम ₹4 लाख है और सेविंग्स ब्याज ₹20,000 मिला है।
धारा 80TTA के तहत छूट: ₹10,000
टैक्सेबल ब्याज: ₹20,000 – ₹10,000 = ₹10,000
कुल टैक्सेबल इनकम: ₹4 लाख + ₹10,000 = ₹4.10 लाख
टैक्स: ₹4.10 लाख – ₹2.5 लाख (स्टैंडर्ड डिडक्शन) = ₹1.60 लाख पर 5% = ₹8,000
निष्कर्ष:
How to Avoid Tax on Savings Account Interest के लिए धारा 80TTA और 80TTB का पूरा फायदा उठाएँ। पैसे को मल्टीपल अकाउंट्स में बाँटें और टैक्स-फ्री निवेश के साथ आय को संतुलित करें। गैरकानूनी तरीकों से बचें और हमेशा ITR में सही जानकारी दें। याद रखें—टैक्स बचाना गलत नहीं, बस तरीका सही होना चाहिए!
FAQs: अक्सर पूछे जाने बाले प्रश्न !
प्रश्न 1. क्या जॉइंट अकाउंट पर अलग-अलग छूट मिलती है?
उतर — हाँ! हर अकाउंट होल्डर को ₹10,000 तक की छूट मिलती है।
प्रश्न 2. FD पर मिले ब्याज पर टैक्स कैसे बचाएँ?
उतर – सीनियर सिटिज़न धारा 80TTB के तहत ₹50,000 तक की छूट ले सकते हैं।
प्रश्न 3. क्या बचत खाते पर TDS कटता है?
उतर — नहीं, लेकिन अगर ब्याज ₹10,000 से ज़्यादा है, तो ITR में दिखाना ज़रूरी है।
प्रश्न 4. सेविंग्स ब्याज पर टैक्स कैसे चेक करें?
उतर — बैंक द्वारा दिए गए फॉर्म 16A या इंटरेस्ट सर्टिफिकेट से ब्याज की रकम पता करें।
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