अगर आप लोजिस्टिक्स ( Logistics ) , परिवहन ( Transportation ) अथवा वितरण सेवा ( Delivery service ) से संवंधित कोई बिज़नेस चलाते हैं तो आपको गाड़ियों की जरुरत पड़ेगी। अब किसी के पास इतनी पूंजी तो होती नहीं कि वह किसी गाड़ियों के शोरूम में जाए , पैसा चुकाए और गाड़ी ले कर आ जाए। गाड़ी खरीदने से पहले आपको commercial vehicle loan interest rate का पता होना बहुत जरुरी है ।
अगर आप कोई ऐसा बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं जिसमे गाड़ी जैसे ट्रक , बस , टेम्पो आदि की आवश्यकता होने बाली है तो यह लेख आपके लिए ही है ।कमर्शियल व्हीकल लोन ( Commercial Vehicle Loan) गाड़ी खरीदने में आपकी मदद करता है।
Commercial Vehicle Loan कोई भी व्यक्ति जो बिज़नेस शुरू करना चाहता है या वह पहले से किसी बिज़नेस को चला रहा है। उसकी गाड़ी की जरुरत Commercial Vehicle Loan के माध्यम से कम commercial vehicle loan interest rate पर पूरी हो जाती है।
कमर्शियल व्हीकल लोन क्या है ? ( What is Commercial Vehicle Loan )
Commercial vehicle loan interest rate का सीधा और सरल अर्थ है कि जो व्याज दर आप अपने ऋण पर चुकाते हैं। आप के ऋण की व्याज दर आपकी मासिक किश्त ( EMI ) या कुल चुकौती रकम को प्रभावित करती है। इसलिए आपके लिए जरुरी हो जाता है की आप सही और विश्वशनीय ऋणदाता का चुनाव करें। सही और विश्वशनीय ऋणदाता का चुनाव आपके लिए काफी लाभदायक हो सकता है।
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भारत में कमर्शियल व्हीकल लोन इंटरेस्ट रेट क्या हैं ?
यहाँ हम आपके लिए कुछ बैंक्स तथा वित्तीय संस्थाओं की सारिणी दे रहे हैं जो आपके लिए लाभदायक हो सकती है।
Bank/NBFC | Interest Rate (%) | Loan Tenure |
---|---|---|
SBI | 8.75% | upto 84 Month |
HDFC Bank | 9% – 12% | Up to 48 months |
ICICI Bank | 9.5% – 13% | Up to 60 months |
Tata Capital | 10% – 14% | Up to 60 months |
Commercial Vehicle Loan Interest Rate पर असर डालने बाले तत्व !
- गाड़ी की दशा ( New Or Old ) — जब कोई नई गाडी खरीदी जाती है तो उस पर व्याज दर सामान्तया कम होती है। दूसरी तरफ जब आप किसी पुरानी गाड़ी पर ऋण लेते हैं तो उस पर व्याज दर अधिक होती है।
- ऋण राशि और समय — व्याज दर इस पर भी निर्भर करती है कि आप कितना ऋण ले रहे हैं। बड़ा ऋण अथवा अधिक ऋण राशि पर व्याज दर अधिक हो सकती है। समय सीमा भी व्याज दर को प्रभावित करती है। अगर आप लम्बी अवधि बाला ऋण प्राप्त करते हैं तो इस सूरत में भी व्याज दर अधिक हो सकती है।
- आवेदक का क्रेडिट स्कोर — अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा हो तो आपको थोड़ा कम व्याज दर पर भी ऋण मिल सकता है।
- ऋणदाता — व्याज दर ऋणदाता पर भी निर्भर करती है। ऋणदाता का व्याज दर एक दूसरे से अलग हो सकता है।
मार्किट और आर्थिक स्थिति —- मार्किट और आर्थिक स्थिति में परिवर्तन अथवा RBI की नीतियां भी व्याज दर को प्रभावित करती हैं।
कम व्याज दर बाला ऋण कैसे पाएं ?
कम व्याज दर पर ऋण पाने के लिए क्या करें ?
- ऑफ़र की तुलना ( Compare Offers) — समय – समय पर ऋण देने बाले बैंक और वित्तीय संस्थाएं ऑफर्स ( Offers ) की घोषणा करते रहते हैं। आप विभिन्न ऋणदाता के ऑफर्स की तुलना कर के कम व्याज दर बाले ऋण का फ़ायदा उठा सकते हैं।
- क्रेडिट स्कोर सुधारें —- अपना क्रेडिट स्कोर सुधार कर भी आप कम व्याज दर बाले लोन को पा सकते हैं।
- परामर्श — आप ऋणदाता से परामर्श कर के और उनको अपने तर्कों से प्रभावित कर के भी कम व्याज दर बाला ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
फिक्स्ड बनाम फ्लोटिंग व्याज दर !
कमर्शियल व्हीकल लोन में आपको दोनों तरह के व्याज का विकल्प मिलता है।
- निशिचित व्याज दर ( Fixed Interest Rate ) — फिक्स्ड व्याज बाले ऋण में ऋण चुकाने की समय सीमा के दौरान आपकी व्याज एक जैसी ही रहती है। इस दर पर मार्किट या आर्थिक स्थिति का कोई असर नहीं होता।
- फ्लोटिंग व्याज दर ( Floating Interest Rate ) — फ्लोटिंग व्याज दर बाले ऋण में आपके ऋण की व्याज दर में मार्किट और आर्थिक स्थिति का असर होता है। मार्किट की स्थिति में परिवर्तन का असर व्याज दर में भी हो सकता है। इसमें परिवर्तन होने की संभावना रहती है।
पुनर्भुगतान विकल्प और व्याज दर ( Repayment And Interest Rate)
अगर आपने Commercial Vehicle Loan लिया है तो आप उस ऋण को विभिन्न भुगतान विकल्पों के साथ वापिस कर सकते हो।
- EMI के द्वारा भुगतान ( EMI Repayment) — अगर आप ऋण की राशि का भुगतान करने के लिए इस विकल्प का चयन करते हैं तो आपको प्रतिमाह रेगुलर EMI ( Equated Monthly Installment) देनी होगी। इस भुगतान राशि में आपकी मूल राशि और व्याज दर ( EMI + Interest ) शामिल होगी।
उदहारण : मान लो आपने 50000 रूपए का ऋण लिया दो साल के लिए। आपकी मासिक किश्त ( EMI ) 3000 रूपए निश्चिचित हुई। इस मासिक किश्त (EMI) में आपकी मूल राशि और व्याज भी है जो आपको हर महीने दो साल तक चुकाना है।
- Bullet Payment: अगर आप भुगतान के इस विकल्प का चयन करते हैं तो आपको ऋण की समय अवधि समाप्त होने पर एकमुश्त ( Lump Sum ) ऋण राशि को वापिस करना होगा।
- ब्याज का भुगतान ( Pay Only Interest ) —- इस तरह के विकल्प में आप को सिर्फ व्याज ही चुकाना होता हैं। ऋण की समय सीमा पूर्ण होने पर मूल राशि का भुगतान करना होता है।
कम व्याज दर बाले Commercial Vehicle Loan के फायदे और जोखिम !
लाभ — ऋण वापसी मे आसानी, कम ईएमआई लागत ( low EMI cost) , आदि !
जोखिम —- अगर आप ऋण राशि का भुगतान नहीं कर पाते हैं तो ऋण उपलब्ध कराने बाला बैंक या वित्तीय संस्था आपकी गाड़ी जब्त कर सकता है । ऋण प्राप्ति के लिए जिस Asset की गारंटी दी गई है उसको भी जब्त किया जा सकता है।
निष्कर्ष —- सबसे पहले आपको Commercial vehicle loan interest rate को आपको समझना है की यह क्या है। आपको सबसे सस्ती व्याज दर पर ऋण कहाँ से मिल सकता है , पता करें । उसके बाद ही आपको अपने ऋणदाता का चुनाव करना है। ऐसा करने से आपको ऋण कम व्याज दर मिल सकता है। इससे आपको ऋण चुकाने में आसानी होगी। धन्यबाद !