आज भी भारत के टॉप सर्च में Anil Ambani का नाम छाया हुआ है। क्या आप जानते हैं क्यों? यह नाम एक समय भारत के सबसे ताकतवर उद्योगपतियों में गिना जाता था । परन्तु आज उनकी किस्मत और कारोबारी साम्राज्य दोनों ही बुरी तरह डगमगा रहे हैं। चलिए जानते हैं अनिल अम्बानी के उतार-चढ़ाव भरे सफर की पूरी कहानी।
Anil Ambani का शुरुआती सफर:
Anil Ambani धीरूभाई अंबानी के छोटे बेटे ने 2002 में Reliance Group के बंटवारे के बाद अपने बड़े भाई Mukesh Ambani से अलग होकर अपनी कंपनियों का साम्राज्य बनाया। उन्होंने Reliance Communications (RCom), Reliance Infrastructure, और Reliance Power जैसी कई कंपनियों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
2008 तक वह दुनिया के छठे सबसे अमीर व्यक्ति थे । लेकिन आज उनकी हालत किसी सबक से कम नहीं है।
1. Anil Ambani कर्ज संकट और कोर्ट केस !
Anil Ambani की कंपनियों पर 2024 तक 1.21 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज चढ़ चुका है। हाल ही में एक यूके कोर्ट ने उन्हें चीनी बैंकों को 71.7 करोड़ डॉलर (लगभग 5,900 करोड़ रुपए) चुकाने का आदेश दिया था ।
2. Reliance Communications का डूबना !
RCom, जो एक समय भारत की टॉप टेलीकॉम कंपनियों में थी, 2019 में दिवालिया घोषित हो गई। इसके बाद अनिल अंबानी के बिजनेस में गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ।
3. पर्सनल गारंटी पर सवाल !
अनिल अम्बानी ने कंपनियों के ऋण के लिए अपनी व्यक्तिगत गारंटी दी थी। अब बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें —-
PMEGP रोज़गार योजना 2024: आवेदन प्रक्रिया, लाभ और जरूरी दस्तावेज, पूरी जानकारी!
कम ब्याज दरों के साथ, इन Apps के माध्यम से अब लोन पाना हुआ आसान !
पैसों का मनोविज्ञान समझ लो , फिर आप को अमीर बनने से कोई नहीं रोक सकता !
टाटा पावर का शेयर कर सकता है आपको मालामाल ,पूरी जानकारी और विश्लेषण!
क्या है Anil Ambani की मौजूदा हालत?
- निवेशकों का भरोसा खत्म: शेयर बाजार में Reliance Group की कंपनियों के शेयर 90% तक गिर चुके हैं।
- एसेट्स की बिक्री: कर्ज चुकाने के लिए अनिल अंबानी को अपनी प्राइवेट जेट, मुंबई की बिल्डिंग्स, और यहां तक कि बीमा पॉलिसी तक बेचनी पड़ी।
- भाई Mukesh Ambani से तुलना: जहां Mukesh Ambani की कंपनी Jio ने देश को बदल दिया, वहीं Anil के बिजनेस मॉडल पर सवाल उठते रहे।
Anil Ambani के पतन से सीख:
1. ओवर-लेवरेजिंग खतरनाक: ज्यादा कर्ज लेकर बिजनेस बढ़ाना हमेशा सही नहीं होता।
2. मार्केट ट्रेंड को समझें: टेलीकॉम और पावर सेक्टर में बदलाव के साथ अनिल अंबानी तालमेल नहीं बैठा पाए।
3. रिस्क मैनेजमेंट जरूरी: बिना बैकअप प्लान के बड़े फैसले नुकसानदायक हो सकते हैं।
निष्कर्ष !
Anil Ambani की कहानी सिर्फ एक बिजनेसमैन की नहीं, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था और कॉर्पोरेट जगत के उतार-चढ़ाव की दास्तान है। Google Trends पर उनका ट्रेंड होना साबित करता है कि लोग उनके भविष्य को लेकर उत्सुक हैं। क्या वह इस संकट से उबर पाएंगे? यह वक्त ही बताएगा।