डीमैट अकाउंट के नुकसान – डीमैट खाता खोल रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान !

दोस्तों आपने बहुत बार डीमैट अकाउंट ( Demat Account ) का नाम सुना होगा । लेकिन आप में बहुत कम लोग होंगे जो शायद इस के बारे में जानते होंगे । अगर आप नहीं जानते की डीमैट अकाउंट क्या है ? (Demat Account Kya Hai ) तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं । आज हम इस आर्टिकल में डीमैट अकाउंट के उपयोग और फायदे के साथ डीमैट अकाउंट के नुकसान क्या हो सकते हैं , इस पर भी विस्तार से चर्चा करने बाले हैं ।

डीमैट अकाउंट के नुकसान

 

आप के कुछ और प्रश्नों का उत्तर भी इस पोस्ट में मिल जायेगा जैसे — ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है , SIP क्या है और इससे पैसे कैसे कमाएं , शेयर मार्किट क्या है और कहाँ से सीखें । इन सभी विन्दुओं को भी हम इस आर्टिकल में हम कवर करने बाले हैं । तो सब कुछ जाने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें ।

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डीमैट अकाउंट क्या है ?

 

जिस तरह आप बैंक में अपना अकाउंट खोल कर उसमे अपना पैसा जमा रखने के साथ और भी बहुत सारी अपनी संपत्ति ( Assets ) जैसे — Fixed Deposit ( FD ) , Recurring Deposits आदि रखते हैं । बिलकुल उसी तरह डीमैट अकाउंट भी एक ऐसा अकाउंट है जिसमे आप शेयर मार्किट से ख़रीदे गए शेयर्स , डेवेन्चर्स ( Deventures ) , बांड्स ( Bonds ) ,  ईटीएफ ( ETF ) जैसे वित्तीय उत्पाद या संपत्ति को रखने की सुविधा अथवा स्टोर उपलब्ध हो जाता  है ।

Demat Account का पूरा नाम Dematerialized account  होता है । अगर सरल शब्दों में बताओं तो डीमैट अकाउंट एक बैंक लाकर की तरह काम करता है जिसमे आप के द्वारा  ख़रीदे गए शेयर्स अथवा अन्य वित्तीय एसेट्स  सुरक्षा के साथ संग्रहीत करता है ।

डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं ?

 

भारत में मुख्य तौर से डीमैट अकाउंट तीन प्रकार के होते हैं । डीमैट अकाउंट का प्रकार इस बात पर निर्भर करता है की आप भारतीय निवासी ( Resident Indian ) हैं या गैर – भारतीय निवासी ( Non- Resident Indian )

Types of Demat Accounts

 

 

रेगुलर डीमैट अकाउंट ( Regular Demat Account )

 

इस प्रकार के अकाउंट को कोई भारतीय निवासी ही खोल सकता है । जो भी भारतीय शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करना चाहता है उसे इस प्रकार के अकाउंट की जरुरत पड़ेगी । अगर कोई शेयर मार्किट से शेयर्स , इक्विटी ( Equity ) , बांड्स ( Bonds ) , म्यूच्यूअल फंड्स ( Mutual Funds ) , ईटीएफ ( ETF ) आदि खरीदना चाहता है उसे भी इस डीमैट अकाउंट की जरुरत पड़ेगी ।

मूल सेवा डीमैट खाता ( Basic service Demat Account ) :

 

भारत में बहुत सारे ऐसे छोटे निवेशक भी हैं जो बहुत कम निवेश करते  हैं । वह  नियिमत अथवा लगातार शेयर मार्किट में निवेश नहीं करते हैं । यह डीमैट अकाउंट विशेष रूप से ऐसे ही लोगों को ध्यान में रख कर बनाया गया है । जो लोग डीमैट अकाउंट रखते हैं परन्तु लगातार निवेश नहीं करते , ऐसे लोग डीमैट खाता रख – रखाव का शुल्क भुगतान करते रहते हैं । ऐसे लोगों को शुल्क से बचाने के लिए Basic Service Demat Account ( BSDA ) अकाउंट को डिज़ाइन किया गया था ।

BSDA में 50000 रूपए तक किसी भी Asset Management Company ( AMC ) की आवश्यकता नहीं होती । इसलिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ता । 50000 रूपए से 2,00000 रूपए तक 100 रूपए शुल्क तथा 2,00000 रूपए से अधिक के रख रखाब पर 400 रूपए + GST शुल्क है । इस तरह BSDA छोटे निवेशकों के लिए एक आदर्श खाता हो सकता है ।

प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता (Repatriable Demat Account )

 

इस तरह का डीमैट अकाउंट उन गैर – निवासी भारतीयों ( NRI ) के लिए है  जो गैर – प्रवासी भारतीय शेयर मार्किट में निवेश के माध्यम से अर्जित आय को विदेशी बैंकों के खाते में Transfer करना चाहते हैं । इस तरह का खाता ऐसे लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है । विदेश में अर्जित आय अथवा फंड को ट्रांसफर करने लिए यह डीमैट अकाउंट एनआरई  (NRE) बैंक खाते से जुड़ा होता है ।

गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता ( Non- Repatriable Demat Accounts )

 

यह डीमैट खाता भी गैर – निवासी भारतीयों ( NRI ) के लिए होता है । जो भी गैर – निवासी भारतीय शेयर मार्किट में निवेश से अर्जित आय को विदेशी बैंकों के खाते में ट्रांसफर नहीं करना चाहते हैं । यह डीमैट ऐसे लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है । इस तरह का डीमैट अकाउंट  एनआरओ  (NRO) बैंक खाते से जुड़ा होता है ।

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डीमैट अकाउंट कैसे खोलें ?

 

अगर किसी को भी शेयर मार्किट में निवेश करना है  म्यूच्यूअल फंड्स , बांड्स , शेयर्स आदि खरीदने हैं तो उसके पास डीमैट अकाउंट होना जरुरी है । डीमैट अकाउंट के बिना शेयर मार्किट में निवेश संभव नहीं है ।

डीमैट अकाउंट आप घर बैठे ऑनलाइन तथा स्वयं बैंक में या किसी ब्रोकर के कार्यालय में जाकर बड़ी आसानी से खोल सकते हैं ।

पहले हम ऑनलाइन डीमैट अकाउंट कैसे खोलें इस प्रक्रिया को समझते हैं । आपको जिस भी ब्रोकर के साथ डीमैट खोलना है जैसे ज़ीरोधा ( Zeerodha ) , एंजेल बन ( Angel One ) , IndMoney , Upstox आदि । इनकी वेबसाइट पर जाएँ । ऑनलाइन फॉर्म भरें । जो भी विवरण आपसे पूछा जाये उसको भर दें ।

आपको अपने दस्तावेज भी तैयार रखने होंगे । जैसे ID Proof , Address Proof , Bank Passbook , पासपोर्ट साइज फोटो आदि । आपको इन सब डाक्यूमेंट्स को ऑनलाइन अपलोड करने लिए बोला जायेगा ।  आप सभी आवश्यकताओं को पूरा करते हुए पूरी प्रक्रिया को पूरी कर लें । 24 घंटे के भीतर ही सत्यापन के बाद आपका आपका अकाउंट एक्टिव हो जायेगा ।

आप ऑफलाइन भी डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं । आप किसी भी बैंक की शाखा में जाकर या ब्रोकर के कार्यालय में स्वयं जाकर डीमैट अकाउंट खोलने की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं ।

डीमैट अकाउंट के लाभ

 

जैसा की आप जानते हैं डीमैट अकाउंट एक डिजिटल खाता है । इस खाते में आप शेयर मार्किट से ख़रीदे गए स्टॉक्स , बांड्स , म्यूच्यूअल फंड्स ,  एक्सचेंज ट्रेडिंग फंड्स ( ETF ) आदि डिजिटली  रख सकते हैं ।

Demat account ke Labh

 

आगे जाकर मैं आपको डीमैट अकाउंट के नुकसान भी बताने बाला हों , परन्तु पहले आप डीमैट अकाउंट के लाभ क्या हैं ? इस के बारे में जान लें ।

1.  अगर  आप की इच्छा शेयर मार्किट में हाथ आजमाने की है तो यह इच्छा डीमैट अकाउंट के बिना नहीं हो सकती ।

2.   आपके द्वारा ख़रीदे गए शेयर्स , बांड्स , म्यूच्यूअल फंड्स तथा अन्य संपत्तियों को सुरक्षित रखने के लिए डीमैट अकाउंट एक उपयुक्त साधन है ।

3.  डीमैट अकाउंट में आपकी किसी संपत्ति की चोरी या हानि की संभाबना बिलकुल न के बराबर है ।

4.  डीमैट खाता में आप एक ही खाते के माध्यम से निवेश की गई सभी संपत्तियों में होल्डिंग और उन सभी निवेशित संपत्तियों की जानकारी और सुरक्षा तथा उनपर नज़र रखने की सुविधा मिल जाती है  ।

5.  आप कहीं भी हों , आप अपना डीमैट अकाउंट जब चेक करना चाहें कर सकते हैं  ।  आपको फिजिकली कहीं जाने की आबश्यकता नहीं है ।

6.  आप डीमैट अकाउंट के माध्यम से शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कर सकते हो ।

डीमैट अकाउंट के नुकसान

 

जैसा की आप जानते हैं की अगर किसी वस्तु का फ़ायदा होता है तो उसका कम या अधिक नुकसान भी होता है । इसी तरह डीमैट अकाउंट के नुकसान भी हैं । आइये जानते है डीमैट  अकाउंट के नुकसान —-

 

डीमैट अकाउंट के नुकसान

डीमैट अकाउंट का सबसे बड़ा नुकसान तो यह है की जो भी व्यक्ति डीमैट अकॉउंट खाताधारक है उसको वार्षिक कुछ शुल्क देना पड़ता है । खाताधारक चाहे उस डीमैट अकाउंट का प्रयोग करे या न करे ।

फिजिकली व्यापार करना कुछ लोगों के लिए सरल होता है और वह आसानी से कर  सकते है । सभी लोग Technically Sound नहीं होते । इसलिए नए लोगों के लिए  इस डीमैट आकउंट को ऑपरेट करना कठिन हो जाता है । बहुत लोगों के साथ यह दिक्कत रहती है ।

निष्कर्ष : आज के इस आर्टिकल में आपको डीमैट अकाउंट के नुकसान क्या हैं की जानकारी देने का प्रयास किया गया है । यह जानकारी विभिन्न ऑनलाइन श्रोतों से जुटाई गई है । डीमैट खोल कर शेयर मार्किट में पैसा लगाने से पहले किसी वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें । विचार बिमर्श करने के बाद ही शेयर मार्किट में निवेश का फैसला करें । धन्यवाद !

 

 

 

 

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